-
मानव जीवन में शांति अनिवार्य हैं क्योंकि हम यदि आपने आपको शांत रखते हैं तो हम जटिल से जटिल समस्या का समाधान के लिये हिंसारहित चिन्तन कर सकते हैं ।और बिना युद्ध के ही समाधान कर सकते हैं ।
मगर हम जब अशान्त हो कर सोचते है तो हमारा अहम हमे सही चिन्तन नही करने देती।और हम अशान्त हो हिंसा के माध्यम से समाधान करना चाहते हैं ।जब मानव ही नही रहेगा तो फिर समाधान किसका ये तो बिनाश कर देती हैं ।
इसी लिये हम हिंसा पर बिस्वाश नही करते ।ये तत्कालीन या छनिक अहम की पूर्ति होते दिखती हैं मगर यह स्थाई समाधान नही देती। जबकि अहिंसा किसी भी समस्या का स्थाई समाधान देती हैं ।
हिरोशिमा के मानवो पर किया गया अत्यचार का हम आज भी निन्दा करते हैं और साथ ही इस अमानवीय ब्यभार से घृणा करते हैं।
इस भावना के साथ कि युद्ध से समाधान हो गया होता तो आज पूरा विश्व त्राहिमाम नही करती युद्ध के मुहाने पर खरा नही रहती ।आज पूरे विश्व मानवीय चिंतन की क्राइसिस से परेशान है क्यो की वो अशान्त रहते हैं और अपने आपको स्थापित करने के लिए युद्ध जैसे विचारधारा को अपनाये बैठे हैं ।जो विश्व को बिनाश के ओर अग्रसारित कर रही हैं ।
जब कि शान्ति हमे बदलाव को सही दिशा देने की शक्ति प्रदान करती बदलाव की सही दिशा हमे स्थाई बिकाश देती जिसे मानव जीवन आनन्दित रहता हैं । जहा आपसी स्नेह (प्यार) घृणा रहित मानवीय जीवन प्रदान करती हैं जो मानव जीवन का मूल्य लक्ष्य होता हैं ।
शान्ति शक्ति और आनन्द सभी के लिये।3 Shares
Media
Photos
Videos
Audios
Files
Sorry, no items found.
Friends
Byju Chalad
@admin
World Humanist Forum Asia
@whfasia
Silo's Message
@silosmessage
Sudhir Gandotra
@sudhir
Deepak Puri
@deepakpuri